Rajnit : About

‘‘राजनीत’’ वेबसाइट के साथ जुड़ने के लाभ


‘‘राजनीत’’ (Rajnit) भारतीय राजनीति से प्रेरित भारत की पहली ऐसी वेबसाइट है जहां देश की लगभग सभी बड़ी-छोटी राजनैतिक पार्टियों की खबरें, प्रेसनोट, प्रतिक्रियाएं, सोशल मीडिया एक्टिविटी आदि एक जगह उपलब्ध रहेगी। इसके साथ ही, राजनेता, सामासेवी और पत्रकार बंधु एक साथ एक मंच पर काम करेंगे।

वस्तुतः ‘‘राजनीत’’ वेबसाइट को राजनैतिक संबंधित खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित करने के लिए तैयार किया गया था। किंतु कुछ बुद्धिजीवियों की सुझाव पर इसमें समाजसेवियों और पत्रकार बंधुओं को भी साथ जोड़ने का निर्णय लिया गया।

1- राजनेताओं/राजनीतिज्ञों तक कैसे लाभ पहुंचेगा?

यदि आप एक राजनीतिज्ञ हैं तो ‘‘राजनीत’’ (Rajnit) वेबसाइट आपके लिए काफी अच्छा चुनाव साबित होगी। इस वेबसाइट पर आप अपनी पार्टी के प्रेस विज्ञप्ति, प्रतिक्रियाएं, खबर या अन्य प्रकार की जानकारियां प्रकाशित कर सकते हैं। इस प्रकार आप अपनी बात को ‘‘राजनीत’’ से जुड़े सामाजिक संगठनों, पत्रकारों और आम जन तक बड़ी ही आसानी और तेजी से पहुंचा सकेंगे।

यदि आपकी कोई राजनैतिक पार्टी है तो आप अपनी प्रेस विज्ञप्ति को प्रकाशित कर आसानी से पत्रकारों और जनता तक पहुंचा सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं दूर जाने की या किसी प्रकार की कृपादृष्टि पाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ‘‘राजनीत’’ से जुड़ने के लिए आप हमारे ‘‘सदस्यता’’ पृष्ठ पर जाकर अपनी इच्छानुसार सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।

2- समाजसेवी/सामाजिक संगठनों तक कैसे लाभ पहुंचेगा?

देश की आजादी से लेकर अब तक देखा जाए तो 1000 में से शायद 10-20 समाजसेवी या सामाजिक संगठनों की बात मुश्किल से राजनेताओं/राजनैतिक पार्टियों, सरकार यहां तक की जनता के बीच पहुंच पाती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। क्योंकि ‘‘राजनीत’’ वेबसाइट पर हम आपकी आवाज बन कर मीडिया एवं पत्रकारों तक जाएंगे।

साथ ही हम से जुड़े राजनेताओं/राजनैतिक पार्टियों, सरकार के नुमाइंदों और जनता तक पहुंचाने का काम करेंगे। आपका आंदोलन आज से हमारा आंदोलन होगा। ‘‘राजनीत’’ से जुड़ने के लिए आप हमारे ‘‘सदस्यता’’ पृष्ठ पर जाकर अपनी इच्छानुसार सदस्यता ग्रहण कर सकते हैं।

3- मीडिया संस्थान/पत्रकारों तक कैसे लाभ पहुंचेगा?

पत्रकार देश का चौथा स्तंभ हैं जिनके कंधों पर देश की स्थिरता को बनाए रखने का भारी बोझ होता है। पत्रकारिता एक ऐसा समुंदर है जिसमें सभी खबरों से रूबरू हो पाना बहुत मुश्किल है। ऐसे में प्रत्येक दिन बेशुमार ऐसी बड़ी खबरों से पत्रकार चूक जाते हैं जो राष्ट्रीय मुद्दा बन सकती हैं।

इसके अलावा वास्तविकता में गंभीरता से पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों को संस्थागत काफी हद तक बंध कर सीमित पत्रकारिता मजबूरी में करनी पड़ती है। इसका मुख्य कारण अधिकतम बड़ी संस्था कॉर्पोरेट घराने के व्यापारी चला रहें है जिन्हें पत्रकारिता से ज्यादा अपनी आमदनी की चिंता रहती है। इस पर सोने पे सुहागा यह कि बहुत सी सरकारें भी आजाद पत्रकारिता को गुलाम बनाने में किसी प्रकार का कसर नहीं छोड़ रही हैं। अब तो यह दिन आ गए कि पत्रकारिता में भी ‘फ्रीडम ऑफ प्रेस’’ की मांग जोर-शोर से उठने लगी है।

ऐसे में ‘‘राजनीत’’ उन पत्रकारों को एक स्वतंत्र मंच देकर देशहित में वास्तविक खबरों को प्रकाशित कर देश की जनता और सरकार तक पहुंचाएगा। इसके साथ ही विभिन्न राजनीतिक पार्टी और संगठनों की प्रेस विज्ञप्ति से लेकर उनकी खबर सामग्री एक ही जगह आसानी से उपलब्ध रहेगी। जिसे सभी पत्रकार/संस्था अपने लेखन या प्रकाशन के लिए स्वतंत्र रूप से प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा पत्रकारों की अपनी समस्याओं, सूचनाओं और विचारों आदि को भी ‘‘राजनीत’’ पर प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।

‘‘राजनीत’’ से जुड़ने और पूर्ण लाभ उठाने के लिए नीचे दिए सदस्यता ग्रहण पर क्लिक करेंः-