
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने राजनीति को सेवा का माध्यम बताया और कहा कि पार्टी पदाधिकारी जनता के बीच जाएं, कहां क्या कमी रह गई है उसकी सूचना दें ताकि समाधान का प्रयास किया जा सके।
नीतीश कुमार ने जदयू मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक को ऑनलाइन संबोधित किया और विपक्षियों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘कुछ लोग अपनी पब्लिसिटी के लिए हम पर बोलते रहते हैं। उनके पास न तो कोई तथ्य होता है, न किसी बात की जानकारी होती है। राजनीति हमलोगों के लिए सेवा का जरिया है। लोगों की सेवा करना ही हमारा धर्म है।”
मुख्यमंत्री ने जदयू पदाधिकारियों का आह्वान किया कि वे लोगों के बीच जाएं। कहां क्या कमी रह गई, ये जानने की कोशिश करें और तत्काल उसकी सूचना दें ताकि समाधान का प्रयास किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम को फिर से शुरू किया गया है ताकि लोगों की परेशानियों से वह अवगत होते रहें।
नीतीश कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया एंटी सोशल हो गया है। नई पीढ़ी के लोग खास तौर पर इसका ध्यान रखें और नई तकनीक से भी लोगों तक अपनी बात पहुंचाएं।
कोरोना के संभावित तीसरे दौर को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर सचेत रहें और लोगों को जागरूक करते रहें। उन्होंने कहा कि सबलोग मिलकर काम करेंगे तो केवल अपने राज्य को नहीं, देश को भी बढ़ाने का काम करेंगे।